Assalamualaikum, आज में आप सभी को इस आर्टिकल Surah Juma in hindi में सुरह जुमा की पढ़ने की फजीलत बताऊंगी । सूरह जुमा को आप जुमा की नमाज अदा करने के बाद पढ़ें तो उसकी बहुत बड़ी फजीलत है ।
जुमा के दिन सुराह जुमा , जोहर की नमाज के बाद पढ़ने वाले लोगों के लिए अल्लाह की तरफ से बहुत बड़ी नेमतें हैं ।
कई सारी हदीसों में जिक्र हैं की जो surah al jumuah को जुमा को जोहर की नमाज के बाद पढ़ेगा उसके लिए अल्लाह की तरफ से नायाब तोहफे हैं ।
जुमा के दिन और कई सारी बातें और काम ऐसे हैं जो आपके करने चाहिए और जो सुन्नत हैं । सुन्नत का मतलब है जो काम हमारे नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम किया करते थे ।
नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया आप जुमा के दिन नहा धोकर , इतर लगाएं , इतर लगाना सुन्नत है और इतर के इलावा सुरमा लगाएं ।
surah juma ki fazilat सूरह जुमा की फ़ज़ीलत :
इस Surah juma ki fazilat in hindi बताती हु इस दुआ को पढ़ने के फायदे कई हदीश में बताएं गए हैं । यह कुरान मजीद की एक बेहतरीन सूरत है । जो भी इसको जुमा के दिन पढ़ता है उसको कई सारे फायदे मिलते हैं । जुमे के दिन इस सूरह जुमा पढ़ने की फ़ज़ीलत बहुत बड़ी है।
इसके कुछ फायदे ये हैं;
- सबसे पहला फायदा जोड़ों यानी couple के बीच में नफरत और दूरी खतम होती है ।
- दूसरा, जो भी इसका विर्द हर जुमा को करेगा उसकी अल्लाह हर मुसीबत से हिफाजत फरमाएगा ।
- अपने गुनाहों को खत्म करने के लिए हर जुमा को ज्यादा से ज्यादा सुरा जुमा को पढ़ें ।
Surah Juma Para Number :
अगर आपको अभी तक ये नहीं पता है की surah juma kis pare mein hai तो में आपको बता देती हु सूरह जुमा 28 वे पारे में है और ये कुरान शरीफ का 62 व सूरह है।
surah juma meaning :
surah juma कुरान पाक की chapter 62 verse 28 की सूरत है । इसमें 12 आयतें और दो रुकु हैं ।
यह सूरत मदीने में नाजिल हुई थी । surah juma एक बहुत ही अच्छी और खूबसूरत आयात है । इसमें 177 हरूफ हैं ।
ऐसी बहुत सारी हदीस हैं जिनमे सूरत का जिक्र हुआ है । हजरत आयशा राजियाल्लाह अन्हा अकॉर्डिंग हमारे हुजूर कुरान से इंस्पायर कामों को करना पसंद करते थे ।
- जुमा की नमाज के बाद हमारे हुजूर surah al juma को पढ़ा करते थे ।
- हमारे नबी का फरमान है अल्लाह surah al juma पढ़ने वाले लोगों को उन लोगों में शुमार करता है , जो लोग जुमा में शामिल हों ।
Surah Juma in Arabic :
सूरह जुमा को यहाँ आप अरबी में पढ़ सकते है ,
Surah Juma Benefits :
इस सूरह जुमा को जुमे के दिन पढ़ना या सुन्ना बेहतर है इस सौराह को पढ़ने या सुनने पर आपको बेशुमार नेकिया और सवाब मिलता है , जो भी शख्श जुमे के दिन इस सूरह जुमा को पढ़े या सुने अल्लाह ताला उस शक्श को हर बला और बुरी आफत से दूर रखता है।
अगर कोई शख्स सूरह जुमा को किसी मकसद के लिए किसी भी दिन पड़ता है या सुनता है और अपने दिल में अपनी ख्वाहिश को रखता है तो अल्लाह ताला इस दुआ की बरकत से उस शख्स की तमाम परेशानियों को दूर फार्मा देते हैं और अल्लाह ताला उसे शख्स की तमाम हजरतों को अपनी बारगाह में कुबूल फरमा लेते।
जुमे के दिन अगर इस सूरह को घर में ज़ोर से पढ़ा आया सुना जाये तो अल्लाह ताला उस घर में बेशुमार दौलत , बरकत और रेहमत अता फरमाते है। और ऐसे घर से तमाम बुरी आफ़ते और बुरी बाला दूर भाग जाती है।
अगर आप पढ़ना नहीं जानते तो इस सूरह को सुन भी सकते है जितना सवाब पढ़ने वाले को मिलता है उतना हे सवाब इस सूरह को सुनने वाले को भी मिलता है , आप इस सूरह जुमा को youtube पर जाकर सुन सकते है।
Surah Juma Kab Padhna Chahiye :
सूरह अल जुमा को आप क किसी भी दिन पढ़ सकते है मगर इस सूरह जुमा को जुमा के दिन पढ़ना अफ़ज़ल है और जुमा के दिन और दिनों के मुकाबले ज्यादा सवाब मिलता है इसीलिए अधिकतर लोग इस सूरह को जुमे की दिन पढ़ते है।
FAQ :
Surah Juma Kab Padhna Hai ?
सूरह जुमा को कभी भी पढ़ सकते है जुमे की दिन पढ़ना अफजल है।
Surah Juma Which Para ?
सूरह जुमा 28 वे पारे में है और सूरह अल जुम्मा 62 वां सूरह हैं।
Surah Juma is in Which Para
Surah Juma कुरान शरीफ के 28 पारे में है।
Surah Juma Kaun se Pare Mein Hai ?
Surah Juma 28 Pare Mein Hai
Surah Juma Konse Pare me Hai ?
सूरह अल जुमा कुरान शरीफ के 28 पारे में है।
Conclusion :
मैने आपको अपने इस आर्टिकल में Surah Juma in hindi के बारे में डिटेल में उसकी फजीलत और पढ़ने के तरीके के बारे में भी बताया है । जुमा के दिन ayatul kursi भी पढ़ने की कोशिश करे !
इसको आप जुमा की नमाज के बाद पढ़ें और फिर इसका फायदा देखें । इसके फायदे हसबैंड और वाइफ के मसले सुलझाने और इनके बीच का रिलेशन अच्छा बनाने के लिए भी हैं ।
ऐसे ही दीनी और इनफॉर्मेशन आर्टिकल्स के लिए बने रहे इसी वेबसाइट iftarkidua.com पर । अगर आप इस आर्टिक्ल surah Al jumua’h से रिलेटेड कुछ भी पूछना चाहते है तो मुझे कमेंट कर सकते हो।
फि अमान अल्लाह
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