Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Hindi

Assalamualaikum, आज के इस आर्टिकल Do Sajdon ke Darmiyan Ki Dua in Hindi में आप सभी के लिए एक खास दुआ बताउंगी जो दोनों सजदो के दरमियान पढ़ी जाती है।

इस दुआ को पढ़ने के कई फायदे हैं । और अभी भी ज्यादातर लोग ऐसे हैं जो इस दुआ को दो सजदों के दरमियान नहीं पढ़ते हैं ।

लेकिन हुजूर पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया है की दो सजदों के बीच में ये दुआ जरूर पढ़ें । हमारे हुजूर इस दुआ को दो सजदों के दरमियान पढ़ा करते थे । आज इसी आर्टिकल में बताने वाली हूं , इसलिए आप सभी इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें ।

Do Sajdon ke Darmiyan Ki Dua :

दोनो सजदों के बिच में पढ़े जाने वाली दुआ को मैंने निचे सभी भाषा में दिया आप सभी अपनी सहूलिएट के हिसाब से किसी भी भाषा में पढ़ सकते है :

Do Sajdon ke Darmiyan Ki Dua in Arabic :

दो सजदों के दरमियान की दुआ अरबी में पढ़ें :

اللَّهُمَّ اغْفِرْ لِي وَارْحَمْنِي وَعَافِنِي وَاهْدِنِي وَ ارْزُقْنِي وَاجْبُرْنِي وَارْفَعْنِي

do sajdon ke darmiyan ki dua in arabic

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Hindi :

दोनों सजदों के दरमियान की इस दुआ को हिंदी में पढ़ें :

अल्लाहुम्मा ग़फ़िर ली वारहम्नी वा अफिनी वहदिनी वा अरज़ुक्नी वा अजबर्नी वारफ़ानी

do sajdon ke darmiyan ki dua hindi

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in English :

इंग्लिश में इस दुआ को पढ़ें :

sajde do sajdon ke darmiyan ki dua

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Roman English :

दो सजदों के दरमियान की दुआ रोमन इंग्लिश में इस तरह से है :

Allahumma ghfir li warhamni wa ‘afini wahdini wa ar zuqni wa ajburni warfa’ni

do sajdon ke darmiyan ki dua in english

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Urdu :


दो सजदों के दरमियान की दुआ उर्दू टेक्स्ट में इस तरह से है :

namaz me do sajdon ke darmiyan ki dua

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua ka Tarjuma

दो सजदो के दरमियान की दुआ का तर्जुमा है :

ए अल्लाह! मुझे बख़श दे और मुझ पर रहम फ़रमा और मुझे आफ़ियत दे और मुझे हिदायत पर रख और मुझे रिज़्क़ अता फ़रमा और मेरी शिकस्तगी को जोड़ दे।

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua ka Tarjuma

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua ke Fayde :

इन दोनो में से किसी भी एक दुआ (जो भी आपको आसानी से याद है जाए) को पढ़ने के कई खास फायदे हैं ।

ज्यादातर तो ऊपर बताई गई दूसरी दुआ को पढ़ने के बेइंतहा फायदे और फजीलत है ।

और तो और सुन्नत भी है , हमारे हुजूर इसको दो सज्दों के दरमियान पढ़ा करते थे ।

  • इस दुआ को दो सजदे के दरमियान पढ़ने का पहला फायदा ये है की आपके रिज्क में बेशुमार बरकत होगी ।
  • दूसरा , इस दुआ को पढ़ने वाले को अल्लाह की तरफ से कई खास नेमतें मिलेंगी ।
  • इस दुआ को पढ़ने वाले के लिए हलाल रिज्क भेजा जाता है ।
  • जब भी कोई अधूरा काम हो , तो दो सजदोन के दरमियान इस दुआ को पढ़े और दुआ करें ।
  • इस दुआ को पढ़ने से अल्लाह आपको अपने अमान और हिफाजत में रखता है ।
  • इस दुआ को पढ़ने से अल्लाह आपको सीधे रास्ते पर चलने की तौफीक फरमाता है।

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua ka Tarika :

इस दुआ को पढ़ने का तरीका काफी सिंपल है । जब आप पहले सजदे में जाकर बैठें तो आप इन दोनो में से किसी भी एक दुआ को पढ़ें ।

और फिर दूसरे सजदे में जाएं । इसी तरह से आप हर दो सजदों के दरमियान इन दोनो दुआ में से किसी भी एक दुआ को पढ़ें ।

FAQ :

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua Kya Hai ?

रब्बिग-फिरली, रब्बिग-फिरली

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua Kitni bar Padhe?

इस दुआ को दो सजदों के दरमियान एक मर्तबा पढ़ें ।

Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua ka Kya Tarjuma Hai?

ऐ मेरा रब मुझे माफ कर दे, ऐ मेरा रब मुझे माफ कर दे

Conclusion :

उम्मीद है की आप सभी को इस आर्टिकल Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Hindi में बताई गई दुआएं और इनके ट्रांसलेशन समझ आ गए होंगे ।

इसका तर्जुमा और पढ़ने का तरीका सभी इसी आर्टिकल में हैं । ऐसे ही और informational आर्टिकल्स के लिए बने रहें इसी website पर । अगर आप इस आर्टिकल Do Sajdon ke Darmiyan ki Dua in Hindi से रिलेटेड कुछ भी पूछना चाहते मुझे कमेंट है।

फि अमान अल्लाह !

दीन की बाते शेयर करना सदक़ा ए जारिया है , शेयर ज़रूऱ करे।

Assalamualaikum , आप सभी का स्वागत है मेरी वेबसाइट पर जिसका नाम है www.Iftarkidua.com । यहां पर आपको इस्लाम से जुड़ी ज्यादातर सभी जानकारियां दी जायेंगी । में आपको अपनी इस इस्लामिक साइट पर दीन से जुड़ी और हमारे इस्लाम से जुड़ी जानकारियां और इसके साथ साथ सभी दुआओं का विर्द करना क्यों जरूरी है और जिसको दुआएं याद नही उसके लिए भी हिंदी ट्रांसलेशन और के साथ दी जायेंगी

Leave a Comment