Assalamu alaikum फ्रेंड्स, जैसा कि सभी जानते हैं कि shab e barat और रमजान एक बहुत ही खास अहमियत रखने वाला महीना है।
रमजान में ऐसी कई खास चीज की जाती है जिसे एक इंसान पाक और साफ और सच्चा मुसलमान कहलाता है।
इस रमजान के आने की खबर लेकर आती है शबे बरात की रात। शबे बरात रमजान से पिछले महीने शाबान के महीने में आती है।
शाबान के महीने की 14 से 15 तारीख के बीच में shab e barat आती है। यह रात काफी ज्यादा फजीलत रखने वाली रात है।
यह रात shab e barat माफी की रात भी कहलाती है क्योंकि अल्लाह ताला इस रात अपने सभी दरवाजे खोल देते हैं और कहते हैं कि है मुझे कोई मांगने वाला जिसे मैं कुछ दे सकूं।
मैंने आपको अपने पिछले आर्टिकल Shab e Barat 2024 Date in India में भी शबे बरात के बारे में उसकी 2024 की डेट के बारे में डिटेल में बताया था।
और आज भी मैं आपको शबे बरात की कुछ फजीलत है और उसमें पढ़े जाने वाली नाफिली नमाज के बारे में डिटेल्स दूंगी।
जिन नमाजों को अदा करके आप अल्लाह के और भी ज्यादा करीब आ सकते हैं और अपनी सभी जायज मुरादों को भी पूरा कर सकते हैं।
कुछ ऐसे कालीमत भी हैं और तस्वीर भी हैं जिसे आप पढ़कर खुद ताला के काफी करीब पहुंच सकते हैं और अपनी मगफिरत के लिए दुआ कर सकते हैं।
सबसे पहले काम शबे कद्र का आपको यह करना चाहिए कि जो भी मुसलमान बहन भाई आपके रिश्तेदार या फिर कोई भी आपके जाने वाला इस दुनिया से रुखसत हो चुके हैं उन सभी की कब्रों पर दरूदे पाक पढ़कर जरूर आए।
यह रात काफी ज्यादा अहमियत रखने वाली रात है। इस रात को सभी मुसलमान बहन भाई अपने घरों में और मस्जिदों में इबादत किया करते हैं।
पूरी रात इबादत करके अपने अल्लाह को राजी करते हैं। कहां जाता है कि इस रात में जो भी अपनी मकसद के लिए दुआ करता है अल्लाह ताला उसके सभी गुनाहों को माफ फरमा देता है भले ही वह समुद्र के जाग के बराबर ही क्यों ना हो।
शब ए बरात के अमल ए नाफिल shab e barat ki namaz :
सबसे बड़ा पहला अमल को आप शाबान के महीने में कर कर सकते हैं वो शाबान की 15 तारीख को रोजा रखना है ।
दूसरी चीज आप शब कदर पर नफिल अदा कर सकते हैं । उनमें से सबसे पहले तो ;
मगरीब की नमाज के बाद ;
6 रकातें 2-2 करके पढ़ें और हर रकात को पढ़ने का तरीका कुछ यूं है :
- नियत की मैंने , 2 रकात नमाज ए नफील की ,दराज ए उम्र के लिए , वास्ते अल्लाह ताला के , रुख मेरा काबे शरीफ की तरफ , अल्लाह हुअकबर।
- नियत की मैंने , दो रकात नाफिल ए नमाज की , दफा आफतों बलायत के लिए , रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ , अल्लाह हुअकबर ।
- नियत की मैंने , दो रकात नाफिल ए नमाज की , कुशाधी रिज्क की , रुख मेरा काबा शरीफ की तरफ , अल्लाह हुअकबर।
ईशा की नमाज के बाद ;
7 मर्तबा इन्ना आंजलना पढ़ें
Shab e Barat ki Raat ki Namaz :
- 2 रकात पढ़ें जिसमे alhamdu Shareef के बाद एक मर्तबा आयात अल कुर्सी पढ़ें , और तीन मर्तबा कुलहुआल्ला पढ़ें ।
- 2 रकात नमाज कुछ इस तरह पढ़ें जिसमे बाद अल्हम्दु शरीफ के 1 बार अयातुल कुर्सी , 15 मर्तबा कुलहुआल्ला पढ़ें । बाद सलाम के 100 मर्तबा दुरूद ए पाक पढ़ें ।
- 2 रकात नमाज में अल्हम्दु शरीफ के बाद इन्ना अंजलना 1 मर्तबा , 3 मर्तबा कुलहुआल्लाह।
- 8 रकात 2-2 करके पढ़ें , जिसमे हर रकात में अल्हम्दु शरीफ के बाद 5 मर्तबा कुलहुआल्ला पढ़ें ।
shab e barat kya hai ?
शब ए बारात शाबान के महीने की बहुत ही खास रातों में से एक है । इसकी काफी बड़ी फजीलत होती है ।
यह रात काफी ज्यादा फजीलत रखने वाली रातों में से ही एक रात है जिसमे हम मुसलमान भाई बहन मिलकर मेरे रब और उसके नबी ए करीम सल्लालाहु अलायिही वसल्लम को इबादतों से राजी करते हैं ।
इस रात की फजीलत के साथ साथ में आपको इस आर्टिकल में ही shab e barat 2024 date in india के बारे में सभी डिटेल्स देने वाली हूं इसलिए इसको आखिर तक पढ़ें ।
shab e barat islamic date 2024
शब ए बारात एक बहुत ही खास फजीलत रखने वाली रात है । यह रात माफी की रात होती है ।
इस रात में को भी अल्लाह का बंदा अपने गुनाहों से दिल से तौबा करता है और उन गुनाहों को दोबारा न करने का सोचता है तो अल्लाह उसके समंदर के झाग के बराबर भी गुनाह माफ फरमा देता है ।
इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से शब ए बारात शाबान के महीने की 14 या 15 तारीख के बीच में आती है ।
शाबान इस्लामिक कैलेंडर का आठवां महीना है ।
shab e barat 2024 date in india
वैसे तो shab e barat 2024 date in india के कन्फर्मेशन में वक्त लगा करता है ।
लेकिन कैलकुलेशन के हिसाब से यह बैश कीमती रात इस साल के 25 फरवरी इतवार के दिन को बैठेगी ।
कई इंफॉर्मेशन के हिसाब से यही डेट फिक्स रहेगी लेकिन कुछ अथॉरिटीज हैं जो कहती हैं की यह डेट बदल भी सकती है ।
लेकिन फिलहाल के लिए 25 फरवरी 2024 sunday ही शब ए बारात की fix date मानी जा रही है ।
FAQ :
शुबेरात कब है 2024 में?
रविवार , 25 फरवरी में ।
शब ए बरात में क्या किया जाता है ?
शब ए बरात ,जिसका दूसरा नाम शब कदर भी है उसमे पूरी रात अल्लाह की इबादत करके उसको राजी किया जाता है और अपने गुनाहों से तौबा और मगफिरत मांगी जाती है ।
शब ए बरात क्यों मनाया जाता है ?
हदीस के अनुसार अल्लाह ताला इस रात कब्र के सभी मुद्दों से अजाब हटा देता है । और तौबा के सभी दरवाजे खोल देता है ।
Conclusion :
मैने आपको अपने आर्टिकल में शब ए बारात के मसले मसाइल बताने के साथ साथ , shab e barat 2024 date in india और तो और शब ए बारात के कुछ नाफिली नमाज़ों के बारे में भी बताया है ।
अगर इसी तरह के दीनी आर्टिकल्स ओर पढ़ना चाहते हैं तो बने रहें मेरे साथ । और दुआओं में याद रखें ।
शुखरान!
2 thoughts on “Shab e Barat ki Namaz | Shab e Barat 2024”