Assalamualaikum दोस्तों, जैसा की आप सभी जानते हैं , मस्जिद अल्लाह का घर है और masjid me jane ki dua पढ़नी जरूरी है जिससे कि आप बाबरकत मस्जिद में दाखिल हो ।
इसलिए अब मैं आपको इस आर्टिकल में masjid me jane ki dua बताने वाली हूं।
इस आर्टिकल में आप masjid me jane ki dua कई ट्रांसलेशन में देखेंगे जैसे की हिंदी, इंग्लिश, उर्दू और साथ ही साथ उसका तर्जुमा भी।
अल्लाह के साथ वक्त गुजारना बहुत बेहतर ट्रीटमेंट होता है ,जब भी आप अकेला महसूस करें या फिर आप आप कुछ पाना या जानना चाहते हैं तो अल्लाह के पास जाते हैं।
और जितने भी कदम आप मस्जिद की तरफ बढ़ते हैं उतने ही ज्यादा गुना आपको सवाब मिलता है। मस्जिद में जाकर नमाज पढ़ते वक्त जो सुकून मिलता है वह दुनिया की किसी भी गिजा में नहीं।
इसलिए जब भी आप मस्जिद में दाखिल हो तो masjid me jane ki dua को जरूर पढ़ें।
आप Masjid se Bahar Nikalne ki Dua के लिए इस आर्टिकल को पढ़ना न भूले।
masjid me jane ki dua
Masjid me jane ki dua पढ़ने की बहुत बड़ी फजीलत है और आपको उसका बेहद सावब भी मिलता है।
जब भी आप अल्लाह ताला को किसी भी काम से पहले याद करते हैं तो आपको उसमें बेशुमार कामयाबी अल्लाह ताला अता फरमाता है।
इसके अलावा अल्लाह ताला से दिली मोहब्बत होना बेहद बेहतरीन बात होती है तो अगर आप बिना किसी ख्वाहिश के मस्जिद में जाकर अल्लाह ताला से राब्ता करते हैं तो अल्लाह ताला आपको किसी भी तरह की परेशानी नहीं आने देता है।
इसलिए इस दुआ के कई ट्रांसलेशन दिए गए हैं;
Masjid Me Jane Ki Dua in Hindi
मस्जिद में जाने की दुआ हिंदी में ;
अल्लाहुम्म फ तहली अबवा ब रहमतिका
Masjid Me Jane Ki Dua in Roman English
मस्जिद में जाने की दुआ रोमन इंग्लिश में ;
Allahhummaf-tahli Abwaba Rahmatika
Masjid Me Jane Ki Dua in English
मस्जिद में जाने की दुआ इंग्लिश में ;
O Allah, open the doors of mercy
Masjid Me Jane Ki Dua in Urdu
मस्जिद में जाने की दुआ उर्दू में ;
اے اللہ !میرے لئے اپنی رحمت کے دروازے کھول دیجئ
Masjid Me Dakhil Hone Ki Dua ka Tarjuma
मस्जिद में जाने की दुआ का तर्जुमा हिंदी में ;
ऐ अल्लाह; तू मेरे लिए अपनी रहमत के दरवाज़े खोल दे।
Wajahat :
मस्जिद में दाखिल होते वक्त बातें ध्यान में रखें ,
- जब भी मस्जिद में दाखिल हों तो सीधा पांव पहले रखें और दुआ पढ़ें ।
- पाकी की हालत में मस्जिद में जाएं और साफ सुथरे कपड़ों में जाएं ।
- अल्लाह ताला फरमाते हैं की जितने भी कदम एक इंसान मस्जिद की तरफ लेता है उसको उतना ही ज़्यादा सवाब अता किया जाता है ।
- कुछ भी करने से पहले बिस्मिल्लाह वाजिब है इसलिए मस्जिद में दाखिल होते वक्त भी बिस्मिल्लाह जरूर पढ़ें ।
masjid me dakhil hone ki sunnat
दाखिल होते वक्त बातें ध्यान में रखें ;
- जब भी मस्जिद में दाखिल हों तो सीधा पांव पहले रखें और दुआ पढ़ें ।
- पाकी की हालत में मस्जिद में जाएं और साफ सुथरे कपड़ों में जाएं ।
- अल्लाह ताला फरमाते हैं की जितने भी कदम एक इंसान मस्जिद की तरफ लेता है उसको उतना ही ज़्यादा सवाब अता किया जाता है ।
- कुछ भी करने से पहले बिस्मिल्लाह वाजिब है इसलिए मस्जिद में दाखिल होते वक्त भी बिस्मिल्लाह जरूर पढ़ें ।
- मस्जिद से बाहर निकलते वक्त उल्टे पैर को पहले रखें ।
- मस्जिद में दाखिल होते वक्त दुरूद शरीफ पढ़ना जरूरी है ।
Masjid Me Jane Ki Dua ke fayde
जब भी आप मस्जिद में दाखिल होते हैं और यह दुआ पढ़ते हैं और साथ ही साथ सभी सुन्नतों को भी फॉलो करते हैं तो इसके बहुत बेहतरीन फायदे हैं, जैसे की ;
- कोई भी दुआ चाहे वह कितनी भी छोटी हो या फिर कोई एक लव्ज ही हो अल्लाह ताला उसके बदले आपको नेकियां से नवाजता है।
- जब आप मस्जिद में जाने की दुआ पढ़ते हैं तब अल्लाह ताला आपके लिए बा बरकत नमाज अदा फरमाता है।
- जब आप इस दुआ के तर्जुमा को पढ़ेंगे तब आप जानेंगे कि अल्लाह ताला इस दुआ में फरमाता है कि आपके लिए जन्नत के दरवाजे खोल दिए जाएंगे।
- इस दुआ को पढ़कर मस्जिद में दाखिल होने वाले के लिए बेहतरीन और आल्हा किस्म की बरकते हैं।
FAQ
मस्जिद में दाखिल होते वक्त क्या करना चाहिए ?
हमेशा दाएं पैर से दाखिल हों और दुआ पढ़ें , निकलते वक्त बाएं पैर पहले रखें और दुआ पढ़ें ।
मस्जिद में दाखिल होने की दुआ क्या है ?
मसजिद में दाखिल होने की दुआ Allahhummaf-tahli Abwaba Rahmatika है ।
मस्जिद में दाखिल होने से पहले मुसलमान क्या करते हैं ?
अपना चेहरा , हाथ पैर और मुंह एक विशेष तरीके से धोते हैं जिसे वुजू कहते हैं ।
Is Masjid House of Allah?
Yes , masjid is house of Allah .
Conclusion
मैंने आपको अपने साथ आर्टिकल में masjid me jane ki dua कई ट्रांसलेशन में बताई है ताकि आप उसे दुआ को जल्द से जल्द याद कर सके ।
इस दुआ को mosque में जाते वक्त जरूर पढ़ें ताकि आप को इस दुआ की बरकत से अल्लाह ताला ज्यादा से ज्यादा नमाज पढ़ने की तौफीक अता फरमाए ।
अगर आप मस्जिद से बाहर आने की दुआ भी जानना चाहते हैं तो आप इसी वेबसाइट पर जाकर सर्च कर सकते हैं ।
और ऐसे ही आर्टिकल्स के लिए बने रहिए मेरे वेबसाइट पर ।
फि अमान अल्लाह !
2 thoughts on “Masjid Me Jane Ki Dua | मस्जिद में दाखिल होने की दुआ”