Jumerat Ki Fatiha Ka Tarika | सूरह फातिहा का तरीका

Assalamualaikum दोस्तों, अगर आप सभी Jumerat ki fatiha ka tarika के बारे में ढूंढ रहे है तो आप एकदम सही जगह आए हैं ।

आज के इस आर्टिकल में आप सभी के साथ surah fatiha कई सारे ट्रांसलेशन में शेयर करने वाली हूं।

सूरह फातिहा एक बहुत ही अहम और अफजल सूरा है। इसको पढ़ने के बहुत सारे फायदे हैं और इसको रोजाना पढ़ना तो बहुत बड़ी फजीलत रखता है।

और जब आप इसको जुमेरत में पढ़ते हैं तब की इसकी अलग फजीलतें हैं जोकि आप इसी आर्टिकल में जानेंगे ।

सूरह फातिहा क्या है ?

सूरह फातिहा कुरान शरीफ की सबसे पहली सूरत है जिसमें अल्लाह ताला की तारीफ बयान की गई है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं है और हम सिर्फ और सिर्फ तेरी ही बात करते हैं और हमें सीधे रास्ते पर चला।

सुरा फातिहा एक बहुत ही प्यारी सूरत है जिसमे अल्लाह को तारीफ बयान है और नमाज में सना के बाद पढ़ी जाने वाली ये पहली सूरत है ।

Surah Fatiha

सूरह फातिहा के फजीलत और फायदे इस आर्टिकल में जाने और इसी के साथ-साथ इसकी कई ट्रांसलेशन भी देखिए।

Surah Fatiha In Hindi

Surah Fatiha in hindi पढ़ें;

  • बिस्मिल्लाहिर्र रहमानिर्रहीम
  • अल्हम्दु लिल्लहि रब्बिल आलमीन
  • अर्रहमानिनिर्रहीम
  • मालिकि यौमिद्दीन
  • इय्या क न अबुदु व इय्या क नस्तईन
  • इह दिनस्सिरातल मुस्तक़ीम
  • सिरातल्लज़ीना अन अमता अलय हिम
  • गैरिल मग़दूबी अलय हिम् व-लज्जाल्लिन
  • अमीन

Surah Fatiha In Hindi

Surah Fatiha In Arabic

सूरह फातिहा अरेबिक टेक्स्ट में पढ़ें;

بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

اَلۡحَمۡدُ لِلّٰهِ رَبِّ الۡعٰلَمِيۡنَۙ‏﴿۱﴾ الرَّحۡمٰنِ الرَّحِيۡمِۙ‏﴿۲﴾ مٰلِكِ يَوۡمِ الدِّيۡنِؕ‏﴿۳﴾ اِيَّاكَ نَعۡبُدُ وَاِيَّاكَ نَسۡتَعِيۡنُؕ‏﴿۴﴾ اِهۡدِنَ الصِّرَاطَ الۡمُسۡتَقِيۡمَۙ‏﴿۵﴾ صِرَاطَ الَّذِيۡنَ اَنۡعَمۡتَ عَلَيۡهِمۡ ۙ‏ غَيۡرِ الۡمَغۡضُوۡبِ عَلَيۡهِمۡ وَلَا الضَّآ

Surah Fatiha

surah fatiha tarjuma

सूरह फातिहा का तर्जुमा है;

  • अल्लाह के नाम से शुरू जो निहायत मेहरबान रहम वाला है
  • सब तरह कि तारीफ अल्लाह के लिए है, जो तमाम दुनिया का परवरदीगार है |
  • वो बड़ा ही मेहरबान और रहम वाला है |
  • इन्साफ के दिन का हाकिम है
  • ए मेरे खुदा हम तेरी ही इबादत करते है, और तुझी से मदद मांगते है |
  • हम सब को सीधे रास्ते पर चला
  • उन लोगो के रास्ते जिनपर तू फजले कर्म करता है |
  • न कि उनके रास्ते पर जिनपर गुस्से होते रहा, न ही उनके रास्ते पर चला जो गुमराह है
  • अमीन

surah fatiha in english

सूरह फातिहा इंग्लिश ट्रांसलेशन में पढ़ें;

  • Bismilla Hi arahma Nir Raheem
  • Alhamdulillahi Rabbil Aalameen
  • Arrahmanir Raheem
  • Maliki Yaumiddeen
  • Iyyaka Nabudu Waiyyakanastain
  • Ihdinassiratal Mustaqeem
  • Siratallazina Anamta Alaihim
  • Ghairil Maghdubi Alaihim Waladdalleen
  • Ameen

surah fatiha ke fayde

Surah al fatiha एक बहुत ही हम सूरत में से है योगी रोजाना हर नमाज में पढ़ी जाती है।

इस सूरत को नमाज में पढ़ने के साथ-साथ और दोनों में बढ़ाने के भी और इसकी तिलावत करने के लिए बहुत खास फायदे हैं जैसे की ;

  • सूरह फातिहा हर नमाज में पढ़ी जाती है।
  • इसी के साथ-साथ अगर आप सूरह फातिहा को 40 मर्तबा पढ़ कर पानी पर दम करके उसे पानी को पीते हैं तो अल्लाह ताला आपको हर बीमारी से शिफा अता फरमाएगा।
  • सूरह फातिहा रोजाना पढ़ने वालों के लिए उनकी रूहानी और जिस्मानी ताकत बनाए रखती है।
  • जो भी शख्स रोजाना सूरह फातिहा की तिलावत करके उसके पानी को अपने घर पर दम करता है अल्लाह ताला हर बुरी शे से उसके घर को महफूज़ रखते हैं।
  • अगर आप सुरा फातिहा को जुम्मा के दिन पढ़ते हैं तो उसका सवाब दुगना हो जाता है।

jumerat ki fatiha ka tarika

जुम्मे रात के दिन सूरह फातिहा पढ़ने का आसान तरीका यह है।

सबसे पहले वजू करने वजू करके जौहर की नमाज अदा कर ले । जोहर की नमाज अदा करने के बाद अपने मुसल्ले पर ही बैठकर इस तरह से पढ़ना शुरू करें ;

एक या फिर तीन बार दुरूद शरीफ पढ़ें ;

फिर एक मर्तबा सूरह काफ़िरून पढ़ें :

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम क़ुल या अय्युहल काफिरून, ला अ अबुदु मा ताबुदून, वला अन्तुम आ बिदूना मा अ अबुद ,वला अना आबिदुम मा अबद्तुम, वला अन्तुम आबिदूना मा अ अबुद, लकुम दीनुकुम वलि यदीन

उसके बाद तीन मर्तबा सुरह इखलास पढ़ें :

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम क़ुल हुवल्लाहु अहद अल्लाहुस्समद लम यलिद व् लम यूलद वलम य कुल्लहू कुफुवन अहद

उसके बाद एक मर्तबा सूरह फ़लक़ पढ़ें ;

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम क़ुल अऊज़ु बि रब्बिल फ़लक़ मिन शर्रि मा खलक़ व मिन शर्रि ग़ासिक़िन इज़ा वक़ब व् मिन शर्रिन नफ्फा साति फ़िल उक़द व् मिन शर्रि हासिदिन इज़ा हसद

इसके बाद एक मर्तबा सूरह नास पढ़ें :

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम क़ुल अऊजू बि रब्बिन नासि मलिकिन नासि इला हिन्नासि मिन श र्रि ल वस् वासिल खन्ना सिल्लज़ी युवस विसु फी सुदु रिन्नासी मिनल जिन्नति वन्नास

उसके बाद एक मर्तबा सुरह फातिहा पढ़ें

बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम अल्हम्दुलिल्लाहि रब्बिल आलमीन !अर्रहमा निर्रहीम ! मालिकि यौमिद्दीन ! इय्याका न अ बु दु व इय्याका नस्तईन ! इह दि नस सिरातल मुस्तक़ीमा ! सिरातल लज़ीना अन अम्ता अलै हिम गैरिल मगदूबी अलै हिम वलद्दाल्लीन (आमीन)

ओर किसी भी हाजत के लिए या फिर कोई भी जाइज तमन्ना हो तो उसके लिए दुआ करें और तो और दुनिया के साथ साथ अखिरत के लिए और मगफिरत के लिए दुआ करें ।

FAQ

सूरह फातिहा के क्या फायदे हैं?

सूरह फातिहा पढ़ने के फायदे हैं हर बीमारी से शिफा घर में बरकत आदि।

सूरह फातिहा कब पढ़ी जाती है?

सूरह फातिहा हर नमाज में पढ़ी जाती है।

सूरह फातिहा कौन से पारे में है?

सूरह फातिहा पहले पारे में है।

What is Surah Fatiha in English?

All praise is due to Allah, the Creator of the Universes,’

सूरह फातिहा को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

Surah fatiha में अल्लाह ताला की तारीफ बयान की गई है जिससे की इसको इंग्लिश में praise करना कहते हैं ।

Conclusion

उम्मीद करती हु की इस आर्टिकल Jumerat Ki Fatiha Ka Tarika में बताई गई सभी दुआएं और सूरतें अपकी समझा आ गई होंगी ।

इसमें jumerat ki fatiha ka tarika भी बताया गया है जिससे की आप इसके फायदे ले सकें ।

ऐसे ही इसलामिक और इनफॉरमेशनल आर्टिकल्स के लिए फॉलो करते रहिए मेरी वेबसाइट को। अगर इस आर्टिकल Jumerat ki fatiha ka tarika से रिलेटेड कुछ भी पूछना हो तो मुझे कमेंट कर सकते हो।

फि अमान अल्लाह।

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